
बीएसएफ प्रायक्सर के बारे में पूरी जानकारी
1- बीएसएफ प्रायक्सर का उपयोग कब करना है
किसान भाइयों सोयाबीन के अच्छे पत्ते देखकर आप फंगीसाइड नहीं डालने का सोच रहे हो क्या यह आप बड़ी भूल तो नहीं कर रहे क्योंकि लंबे समय से पानी गिरने के कारण और मिट्टी में अधिक नमी के कारण फंगस आने के ज्यादा चांसेस रहते हैं
इसमें जो अर्ली वैरायटी की सोयाबीन है इसमें टीका रोग ब्लाइट, रस्ट, डाउनी मिल्ड्यु, पाउडरी मिल्ड्यु, आदि शिकायत आती रहती है और कही-कही पर पीला मोजक या पीला रतुवा रोग की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है
डालने का समय
इसलिए किसान भाइयों आपको सोयाबीन में फूलों से कर्रे बनते समय Basf के priaxor का उपयोग करना है और इसके साथ-साथ आप किसी अच्छी कंपनी का जिंक या सल्फर का उपयोग भी इसके साथ कर सकते हैं
प्रायक्सर की विशेषताएं
दोस्तों प्रायक्सर एक ज़ेमियम बेस टेक्नोलॉजी पर बना हुआ फंगीसाइड है जो की फसल में लंबे समय तक ग्रीन नेस बनाए रखना है इसलिए फसल का दाना मोटा और वजनदार बनाता है
सोयाबीन के लिए इसका परफेक्ट डोज
तो किसान भाइयों अब बात करते हैं इसके डोज़ के बारे में तो इसमें जो priaxor का डोज रहेगा वह आपको 60 m.l. प्रति बीघा या 120 m.l. प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे करना है
इसका प्रति एकड़ खर्च
प्रति एकड़ खर्च की बात करें तो इसका अलग-अलग एरिये के हिसाब से 600 से 700रु तक आ सकता है
इसके साथ कौन-कौन सा कॉन्बिनेशन दे सकते हैं
इसके साथ किसी भी प्रकार के केमिकल का कांबिनेशन किया जा सकता है
इसमें केमिकल कंटेंट कौन सा है और कौन-कौन सी फसल में इसका उपयोग किया जाता है
Fluxapyroxad 167g/l+pyraclostrobin 333 g/l SC है
प्रायक्सर में 167 ग्राम लीटर फ्लुक्सापायरोक्साड तथा 333 ग्राम लीटर पायराक्लोस्ट्रोबिन है
बात करें इसे कौन-कौन सी फसल में स्प्रे कर सकते हैं तो सोयाबीन मूंगफली कपास कॉफी मक्का और गेहूं में इसका उपयोग किया जा सकता है
फसलों पर फंगस का मुख्य कंट्रोल
प्रयाक्सर को सोयाबीन में फ्रॉग आए लीफ स्पॉट सर्कोस्पोरा रोग मूंगफली(GROUNDNUT) में टीका सर्कोस्पोरा सफी रोग कपास में अल्टरनरिया लीफ ब्लाइट रोग काफी में लीफ रस्ट और मक्का (MAIZE)में लीफ ब्लाइट और कामन रस्ट रोग गेहूं (WHEAT) में रस्ट रोग के रोकथाम हेतु उपयोग किया जाता है
इसका उपयोग फूलों से कलियां बनने पर इसका उपयोग करना चाहिए